प्रसंग: ~ मोह और मालकियत~ हमें अपनों से इतना मोह क्यों होता है?~ किसी में अपनी जान क्यों बसती है?~ व्यर्थ चीज़ों को जीवन से कैसे हटाएँ?~ जीवन को साफ़ नज़र से कैसे देखें?संगीत: मिलिंद दाते~~~~~